'कैंसर राजधानी' बन गया भारत,

08-Apr-24, 12:47:PM | 0 views, | 0 comments

Cancer Risk: दुनिया की 'कैंसर राजधानी' बन गया भारत, वैज्ञानिकों की चिंता- दो दशकों में और बिगड़ सकती है स्थिति

कैंसर वैश्विक स्तर पर मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। हर साल लाखों लोगों में कैंसर के नए मामलों का निदान और मौतें हो जाती हैं। अध्ययनों में साल 2050 तक आंकड़ों के और तेजी से बढ़ने की आशंका जताई गई है। कैंसर डेटा के मुताबिक साल 2022 में दुनियाभर में अनुमानित 20 मिलियन (दो करोड़) कैंसर के नए मामलों का निदान किया गया और 9.7 मिलियन (97 लाख) से अधिक लोगों की मौत हो गई। इतना ही नहीं शोधकर्ताओं का अनुमान है कि साल 2050 तक कैंसर के रोगियों संख्या 35 मिलियन (3.5 करोड़) प्रतिवर्ष तक पहुंच सकती है। पिछले एक दशक के आंकड़े बताते हैं, भारत में भी इस गंभीर और जानलेवा रोग के केस साल दर साल तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
तकनीक और चिकित्सा में नवाचार के चलते भले ही अब कैंसर लाइलाज रोग नहीं रह गया है, पर चिकित्सा लागतों के कारण अब भी आम लोगों तक कैंसर के इलाज की पहुंच कठिन बनी हुई है।

 भारत "विश्व की कैंसर राजधानी"

नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) को लेकर हाल ही में जारी डेटा से पता चलता है कि देश में कैंसर के मामलों में जिस स्तर पर बढ़ोतरी हो रही है, वो निश्चित ही चिंताजनक है। कैंसर के मामलों में वैश्विक दरों को पार करते हुए भारत "विश्व की कैंसर राजधानी" बन गया है। 

द लैंसेट रीजनल हेल्थ साउथईस्ट एशिया जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, भारत में साल 2020 में लगभग 12 लाख नए कैंसर के मामले और 9.3 लाख मौतें दर्ज की गई, उस वर्ष एशिया में कैंसर की बीमारी के बोझ वाला ये दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि इस दशक के अंत तक देश में कैंसर के  मामलों में 12 प्रतिशत तक की वृद्धि की आशंका है, जिससे कैंसर का बोझ और अधिक बढ़ सकता है।

भारत में चीन-जापान से अधिक कैंसर के मामले

शोधकर्ताओं ने बताया भारत, चीन और जापान के साथ, कैंसर के नए मामलों और मौतों की संख्या के मामले में एशिया के तीन अग्रणी देशों में से एक है। साल 2019 में चीन में 48 लाख नए मामले और 27 लाख मौतें रिपोर्ट की जा रही है वहीं जापान में लगभग नौ लाख नए मामले और 4.4 लाख मौतें दर्ज की गईं। इन सबसे अधिक भारत में कैंसर के 94 लाख नए मामले और 56 लाख मौतें दर्ज की गईं, जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र पर अतिरिक्त दबाव कई गुना बढ़ गया है। साल-दर-साल कैंसर के मामलों में वृद्धि जारी है।शोधकर्ताओं ने बताया, कैंसर के अलावा भारत में कई और भी प्रकार की एनसीडी बीमारियों का खतरा देखा जा रहा है। रिपोर्ट में प्री-डायबिटीज, प्री-हाइपरटेंशन और कम उम्र में होने वाले मानसिक स्वास्थ्य विकारों जैसी समस्याओं में संभावित वृद्धि को लेकर भी लोगों को अलर्ट किया गया है।

नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व पर जोर देते हुए शोधकर्ताओं ने कहा, अगर रक्तचाप (बीपी) और बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के स्तर को कम करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए जाएं तो इससे कई अन्य प्रकार की क्रोनिक स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को भी कम किया जा सकता है। इससे कैंसर के मामलों में भी कमी लाने में मदद मिल सकती है।कैंसर के बढ़ते खतरे को लेकर शोधकर्ता कहते हैं, हमने ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज, इंजरीजज एंड रिस्क फैक्टर्स 2019 स्टडी (जीबीडी 2019) के अनुमानों का उपयोग करके 1990 से 2019 के बीच 49 एशियाई देशों में 29 कैंसर के पैटर्न की जांच की गई। इसमें पाया गया कि एशिया में, प्रमुख रूप से श्वासनली, ब्रोन्कस और फेफड़े (टीबीएल) के कैंसर सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं। महिलाओं में, सर्वाइकल कैंसर कई एशियाई देशों में दूसरे या शीर्ष पांच कैंसरों में से एक है। वहीं पुरुषों में प्रोस्टेट और लंग्स कैंसर के मामले और इसके कारण होने वाली मौतों का जोखिम सबसे अधिक बना हुआ है। 

 

Share This Post :




Comments




Add New Comment

Your comment has been queued for review by site administrators and will be published after approval.
Something is wrong please try again !!!





Top 10 Posts
सोने की कीमत ऑल टाइम हाई Gold Rate All Time high
सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली राहत, सभी याचिकाएं खारिज; करना होगा सरेंडर
भाजपा का मिशन दक्षिण भारत, केरल-तमिलनाडु पहुंचे पीएम मोदी; तेलंगाना में करेंगे…
गाजियाबाद की सोसायटी में हत्या गोली मारकर युवक की ली जान l
राम नवमी की शुभकामनाएं अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजें इन संदेशों…
14, 15 मार्च की परीक्षा के लिए भी जारी हुआ एडमिट कार्ड;…
चार कैदी घायल तिहाड़ जेल में कैदियों के दो गुट आपस में…
अप्रैल से जून तक आग उगलेगा सूरज, जानिये शहर का हाल क्या…
हमेशा के लिए बैन हो जाएगा व्हाट्सएप अकाउंट भूलकर भी मत करना…
Delhi Liquor Scam: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को राहत…
Call Now : +91 93503 09890
| Email : parichaytimes@gmail.com
Follow On
1st Floor, Parichay Complex, 4-5, Madhuban Rd, Veer Savarkar Block, Dayanand Colony, Shakarpur, Delhi, 110092
@Copyright 2024 - Parichay Times

App Install